महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस बीच सभी पार्टियां रणनीतियों को लेकर विचार-विमर्श में जुट गई हैं। खबरों के मुताबिक कांग्रेस इस बार महाराष्ट्र में कर्नाटक का गेम प्लैन दोहराने की तैयारी में है। कांग्रेस महाराष्ट्र के मतदाताओं को लुभाने के लिए कर्नाटक की ‘पांच गारंटी’ वाले वादों के फेहरिस्त को दोहरा सकती है। यहां कांग्रेस की इस सूची में जाति जनगणना का वादा भी जुड़ सकता है। कांग्रेस के इन वादों में घर की महिला मुखिया को हर महीने नकद राशि के भुगतान, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, परिवारों के लिए मुफ्त 10 किलो अनाज, 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली और बेरोजगारी भत्ता शामिल हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कांग्रेस के शीर्ष नेता महाराष्ट्र घोषणापत्र के लिए कर्नाटक की गारंटी पर सक्रिय रूप से चर्चा कर रहे हैं हालांकि इसमें कुछ बदलाव हो सकते हैं। कांग्रेस महाराष्ट्र में 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की सफलता को आगे ले जाने की कोशिश में जुटी है जहां कांग्रेस ने शरद पवार की एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के एमवीए गठबंधन के हिस्से के रूप में 48 में से 31 सीटों पर जीत हासिल की थी।
दूसरी तरह भाजपा सहित महायुति की सरकार ने भी लोकसभा में अपने निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लड़की-बहन योजना जैसे लोकलुभावन योजनाओं की शुरुआत की है, जिसके तहत 21 से 65 साल की महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये भुगतान का अधिकार दिया गया है। कांग्रेस इस योजना के तहत दी जाने वाली नकद राशि में इजाफा का वादा कर सकती है।
कांग्रेस ने सबसे पहले 2022 के हिमाचल प्रदेश चुनावों में गारंटी-आधारित रणनीति अपनाई थी। कर्नाटक चुनावों से पहले भी कांग्रेस ने ‘पांच गारंटी’ की घोषणा की थी जहां मई 2023 में पार्टी को बड़ी जीत मिली थी। बाद में कांग्रेस ने दिसंबर 2023 में तेलंगाना के चुनावी अभियान में भी इसी तरह के वादे किए थे। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा। वहीं 23 नवंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे।