Karwa Chauth 2024: अखंड सौभाग्य का वरदान पाने के लिए महिलाएं हर साल करवा चौथ का व्रत रखती हैं। करवा चौथ व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं अपने सुहाग की दीर्घायु और सुखी जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ के दिन संध्या पूजन किया जाता है। इस दिन करवा माता व चंद्र देव की आराधना की जाती है। आइए पंडित जी से जानते हैं करवा चौथ की पूजा का मुहूर्त व चांद निकलने का टाइम-
करवा चौथ पर 3 ग्रहों का शुभ प्रभाव: इस साल करवा चौथ पर ग्रहों का महायोग है। ज्योतिषाचार्य पंडित प्रभात मिश्र के अनुसार, शनि कुंभ राशि में, गुरु वृष राशि में और शुक्र वृश्चिक राशि में हैं। तीनों ग्रहों के शुभ प्रभाव से कई अच्छे संयोग बन रहे हैं। पति के भाग्योदय होंगे और बिगड़े काम बनेंगे।
पूजा का मुहूर्त: ज्योतिषाचार्य के मुताबिक रविवार का दिन होने की वजह से व्रती महिलाओं को गणेश भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होगा। बताया कि इस बार रोहिणी नक्षत्र में चांद निकलेगा और पूजन होगा। वहीं, पूजन के लिए शुभ मुहूर्त शाम 07:5 से लेकर 08:48 तक रहेगा।
चांद कब निलेगा: पंडित जी के अनुसार, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर, रविवार की संध्या 07 बजकर 57 मिनट पर चांद निकलने का समय है।
महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं। दोपहर में घर में पूजा करती हैं। मिट्टी की छोटी कुलड़ी में चीनी भरकर पूजा का शृंगार सजाती हैं। रात में चलनी में चांद और पति को देखकर जल ग्रहण करती हैं। इस दिन सुहागन घरों में पूजा में भोग लगाने के लिए तरह-तरह के व्यंजन तैयार करती हैं।
करवा चौथ पूजा सामग्री: मिट्टी या तांबे का करवा और ढक्कन, पान, सींक, कलश, अक्षत, चंदन, फल, पीली मिट्टी, फूल, हल्दी, लकड़ी का आसान, देसी घी,कच्चा, दूध, दही, शहद, शक्कर का बूरा, रोली, मौली, मिठाई, चलनी या चलनी आदि।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।