सीतामढ़ी के ढेंग गांव में प्रतिमा विसर्जन के दौरान झड़प में एक पक्ष का भगत मांझी इलाज के बाद गायब हो गया। सोशल मीडिया पर उसकी मौत की अफवाह फैली, जबकि पुलिस ने पुष्टि की कि उसकी मौत नहीं हुई। दूसरी ओर,…
सीतामढ़ी। सीतामढ़ी के ढेंग गांव में विसर्जन के दौरान झड़प में घायल एक पक्ष का भगत मांझी सोमवार को एसकेएमसीएच की आर्थो ओपीडी में इलाज के बाद गायब हो गया। उसे सीतामढ़ी सदर अस्पताल से रेफर किया गया था। इधर, सोशल मीडिया पर उसकी मौत की सूचना के बाद कई रिश्तेदार शव लेने के लिए मंगलवार शाम एसकेएमसीएच पहुंचे। जब मेडिकल ओपी पुलिस से लोगों ने संपर्क किया तो जानकारी मिली कि भगत माझी का आर्थो ओपीडी में इलाज हुआ था। एसकेएमसीएच थानेदार गौतम कुमार ने बताया भगत मांझी की मौत मेडिकल में नहीं हुई है। पुलिस की खोजबीन में उसका पता नहीं चल सका है। पुलिस ने सीसीटीवी खंगाला है। स्थिति सामान्य होने तक रहेगी पुलिस
सुप्पी। सुप्पी के ढ़ेंग में प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच हुए मारपीट के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों पक्ष से एक-एक की मौत हुई है। जिसमें से एक पक्ष के मृतक के पत्नी के बयान पर केस दर्ज किया गया है।वहीं दूसरे पक्ष के मृतक के परिजन का बयान अबतक पुलिस को नहीं मिला है। उधर, मंगलवार को एसडीओ सदर संजीव कुमार, एसडीपीओ सदर रामकृष्ण ने पुलिस जवानों के साथ धटना स्थल का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होनें इस धटना मे संलिप्त आरोपितों को शीघ्र ही गिरफ्तारी करने का आश्वासन मृतक के परिजनों को दिया। डीएसपी ने ढ़ेंग गांव की स्थिति सामान्य होने तक यहां पुलिस का शिविर रखने का निर्देश थानाध्यक्ष को दिया।
पत्नी के बयान पर 21 नामजद व 40-50 अज्ञात पर केस
ढ़ेंग गांव में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई मारपीट की धटना मे मृत कलेवर सहनी की पत्नी पार्वती देवी के लिखित आवेदन पर मंगलवार को सुप्पी थाना मे हत्या की एफआईआर दर्ज की गयी है। जिसमे ढ़ेंग गांव के 21 लोगों को नामजद एवं 40-50 अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है। थानाध्यक्ष विष्णु देव कुमार ने बताया कि एसडीपीओ सदर द्वारा आरोपितों के सत्यापन करने के बाद बुधवार को उन्हें न्यायिक हिरासत में सीतामढ़ी भेजा जायेगा।